Mom air son ka story Hindi
**"माँ और बेटा" - एक कहानी**
एक छोटे से गाँव में राधिका नाम की एक माँ अपने बेटे, सोहन, के साथ रहती थी। सोहन बहुत चंचल और हंसमुख बच्चा था। वह हमेशा खेलता-कूदता रहता और अपनी माँ की गोद में खेलना पसंद करता था। राधिका अपने बेटे से बहुत प्यार करती थी और उसकी हर ख़ुशी के लिए वो कुछ भी करने को तैयार रहती थी।
एक दिन, सोहन ने अपनी माँ से कहा, "माँ, मैं बड़ा होकर एक बड़ा आदमी बनूंगा। मैं तुम्हें बहुत सारे तोहफे दूंगा।" यह सुनकर राधिका की आँखों में आँसू आ गए। उसने सोहन को गले लगाते हुए कहा, "मेरे बेटे, तुम जो भी बनोगे, मैं तुम्हारे साथ रहूँगी।"
समय बीतता गया और सोहन बड़ा होने लगा। उसने पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन किया और हर साल उसकी माँ ने उसे प्रोत्साहित किया। लेकिन एक दिन, सोहन ने अपने गाँव को छोड़ने का फैसला किया ताकि वह शहर जाकर अच्छी नौकरी कर सके। वह अपनी माँ से बहुत प्यार करता था, लेकिन उसने सोचा कि अगर वह सफल होगा, तो वह अपनी माँ का जीवन आसान बना सकेगा।
जब सोहन शहर गया, तो उसने बहुत मेहनत की। लेकिन उसे यह पता चला कि शहर की जिंदगी आसान नहीं थी। काम का बोझ और तनाव के कारण वह परेशान हो गया। एक दिन, उसने अपनी माँ को फोन किया और कहा, "माँ, यहाँ सबकुछ बहुत मुश्किल है। मुझे आपको बहुत याद आ रही है।"
राधिका ने सोहन को समझाया, "बेटा, कठिनाइयाँ जीवन का हिस्सा हैं। तुम हमेशा मजबूत रहो। मैं तुम्हारे साथ हूँ।" माँ के शब्दों ने सोहन को पुनः साहस दिया। उसने अपनी मेहनत जारी रखी और धीरे-धीरे उसे सफलता मिली।
कुछ वर्षों बाद, सोहन ने अच्छी नौकरी पाई और उसने अपनी माँ को शहर बुलाया। जब राधिका सोहन के पास आई, तो वह उसे देखकर बहुत खुश हुई। सोहन ने उसे एक सुंदर घर और हर सुख-सुविधा दी। लेकिन सबसे बड़ी खुशी उसे अपनी माँ के चेहरे पर देख कर हुई।
राधिका ने मुस्कुराते हुए कहा, "मेरे बेटे, तुम्हारी मेहनत और संघर्ष ने तुम्हें यहाँ तक पहुँचाया है। मुझे तुम पर गर्व है।" सोहन ने अपनी माँ को गले लगाते हुए कहा, "माँ, आप मेरी असली प्रेरणा हैं। आपके प्यार ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने की ताकत दी।"
इस तरह, माँ और बेटे की अटूट बंधन ने उन्हें हर कठिनाई में एक-दूसरे का सहारा बनाया। और यह साबित कर दिया कि माँ का प्यार सबसे बड़ा है।
**समाप्त**


